Hindi poem, Hindi kavita,हिंदी कविता................तू मेरी सदा के लिये
Hindi poem, Hindi kavita , हिंदी कविता तू मेरी सदा के लिये रातो की नींदे चुराने वाली दिन का सुकून मीठाने वाली बता दे तू क्यू मुझे सताती है , क्यू मुझे रुलती है प्यार का जादू है या तेरी चाहत का असर भूलाया दिया तूने मेरी दुनिया को सोचता हु तेरा नाम बार बार क्यू लेता हूँ प्यार है ये प्यार है सनम ऐसे सिमट जाये हम ना हो कबी ज़ुदा लहरों की तरह छूट ता है सागर का साथ कुच पल के लिए फीर मील जाते है एक होकर वो रातो की नींद चुराने वाली....... रूप पे तरे मरते नही , हम सादगी के दीवाने है खीचे चले आते है बिना तुम्हारे बुलालये है फसी है जान तुज़े में , रातो की नींदे चुराने वाला ...