Shayari ye safar .....shayari /poetry
Shayari ye safar .....shayari /poetry शायरी ये सफर.... शायरी/कविता ********** आज कल तू याद बोहत आते हो लगता है इश्क अपना रंग दिखाने लगा दुरिया जो तुझ से मिली जैसे लगता है बेगुनाह को सज़ा मिली. ********* दिल को यू ही बहलाते है ये ज़िंदगी परेशानी के समंदर में पूरी तरह डूबी है जाने क्या पाने की जिद्द थी बस इसी सोच में हम उलझते गए ********* आज कल तू याद बोहत आते हो लगता है इश्क अपना रंग दिखाने लगा दुरिया जो तुझ से मिली जैसे लगता है बेगुनाह को सज़ा मिली. ********* दिल की बात हर बार मानते थे पर जब से उस बेवफा से रिश्ता टूटा है तब से वफा भरोसा मेरे लिए बस नाम के. P oem by Sanjay T For shyari & poetry video Find me all social media "shayari by Sanjay T