अहिंसा और सत्य (mahatma gandhi and lalbhadhur shashtri)
अहिंसा और सत्य अहिंसा और सत्य ये क्या बस मेरे तक सीमित थी आजकल तो ये जाने कहां गुम हो गये किसान की मेहनत हि अमीर या गरीब का मुंह का निवाला है तो वो पैसा और सम्मान दोन्हों का बराबर का हकदार है कुछ पथ काटे भरे होते है पर सब दर्द मीठ जाता है जब आज़ादी भरी मंज़िल मिलती है by Sanjay Teli visit my youtube channel for Shayari video channel name is 👉 Shayari by Sanjay T ...