Hindi poem, Hindi kavita,हिंदी कविता....दिवानगी
Hindi poem, Hindi kavita , हिंदी कविता दिवानगी तेरी दिवानगी येसी छाई, सज़दा के लिये जब हाथ उठे हे तो तेरा चेहरा नजर आता हें बात तुझमे येसी हे की भरे बाजार...