Hindi poem, Hindi kavita ,हिंदी कविता मौसम का मिज़ाज़....read more..
Hindi poem, Hindi kavita , हिंदी कविता मौसम का मिजाज़ आज लगता है सूरज की छुट्टी है किरणो का नामो निशाण नहीं है बादलो का राज़ है , छुपा कर रखा है सूरज को जाने कहा गर्मी भी कम है, पर सर्दी का एहसास है बारिश के ज़रा से आसार लगते है पर छाते का है क्या काम मौसम ने ली करवट तबीयत ज़रा सी नाराज़ लगती है इंसान की आज लगता हे सूरज की छुट्टी है किरणो का नामो निशाण नहीं है by Sanjay Teli visit my youtube channel for Shayari video channel name is 👉 Shayari by Sanjay T