Hindi poem, Hindi kavita ,हिंदी कविता ........गम
Hindi poem, Hindi kavita ,हिंदी कविता
गम
हम ये दुआ करते है कि ओ वापस आजाये !
उनके बिना रहना यैसा लगता है जैसे जिसम से जान जायेगी !
तुम क्या मेरे बिना खुश हो, या ईतनी ही ग़म में डूबी हो !
ये जो हाल हुआ है मेरा तुम बिन रहा नहीं जाये !
कितना मुश्किल है ज़िंदगी तुम बिन गुज़ारना !
इतने तनहा हुये के जाने किस गलियों में हम गुम हो गऐ
बस ऐक बार तुम मेरे गलियों से गुज़रना तो मेरे जिस्म में जान आयेगी !
ईसी इंतज़ार में सासो में सास बची है!
हम ये दुआ करते हैं कि हो वापस आजायेst
by Sanjay Teli
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