Hindi poem, Hindi kavita,हिंदी कविता............मेरा हीरो
Hindi poem, Hindi kavita,हिंदी कविता
मेरा हीरो
लहूलोहान होग जिस्म तेरा
फिर भी तू ,रुकना नही
सरहद की रक्षा करनेवालों मेरे भाई
यही तूमारा निशा होग
तूम से हि हमारी होली के रंग सज़ते है
हर दीवाली के दीप तुम से ही रोशन होते है
तुम्हारी ताकत देखकर,
दुश्मन के होश फाख्ता होते है
तुम्हारी हिम्मत देखकर,
दुश्मन भागने को मजबूर होते है
बारूद और गोलिया दिन की शुरुआत होती है
क्या रात तुम्हारे तोफ की आवाज से गुजरती है
याद तुम्हें अपनों की आती होगी आंखों आंसू लाती होंगे
याद तुम्हें अपनों की आती होगी आंखों आंसू लाती होंगे
लहूलोहान होग जिस्म तेरा,
फिर भी तू रुकना नही.......by Sanjay Teli
टिप्पणियाँ