ये है प्यार के रास्ते ... poetry|Kavita
ये है प्यार के रास्ते ... poetry|Kavita
ये है प्यार के रास्ते
मुश्किल बड़ी हे मंज़िल
ये है प्यार के रास्ते
मुश्किल बड़ी हे मंज़िल
फिर भी आशिक कहा डरते हैं
बस प्यार के नाम पर जीते हैं
फिर भी आशिक कहा डरते हैं
बस प्यार के नाम पर जीते हैं
मुझे शिकायत मेरे यार से नहीं है
अब भी मेरे इश्क पर भरोसा है
ये ज़माना ना समझेगा
अब भी मेरे इश्क पर भरोसा है
ये है प्यार के रास्ते
मुश्किल बड़ी हे मंज़िल
चाहत को बस फरेब समझती है ये दुनिया
मेरी दिल लगी तो तब से है
जब से तू मिला वो मेरे यार
कोई पूछे मुझ से
दिल तो मेरा बस तेरे लिए धड़कता है
ये है प्यार के रास्ते
मुश्किल बड़ी हे मंज़िल
अंजाम ये इश्क तो यही होगा
मेरी मोहब्बत सदा आबाद रहेगी
मेरी ये ज़िंदगी तुझ पर वार दी वो सनम
हर मुश्किल आसान हो गयी है तेरे खातिर
हर मुश्किल आसान हो गयी है तेरे खातिर
ये है प्यार के रास्ते
मुश्किल बड़ी हे मंज़िल
इस बेगैरत दुनिया में तू ही अपना सा लगता है
कसमें वादों से परे हो गया रिश्ता हमारा
कुछ भी हो अब उम्र भर के लिए
मांगा है हाथ तुम्हारा
मांगा है हाथ तुम्हारा
ये है प्यार के रास्ते
मुश्किल बड़ी हे मंज़िल
मुझ से बस ये खता बार बार हो
तुझ से ही मोहब्बत हो तुझ से ही चाहत हो
याद अब बस तेरी आती है
इसे नादानी समझे या दिल लगी
बस तेरे खातिर है अब ये दीवानापन
बस तेरे खातिर है अब ये दीवानापन
ये है प्यार के रास्ते
मुश्किल बड़ी हे मंज़िल.
Poem by Sanjay T

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