shayari in hindi and Hindi kavita (Poem) with beautiful Shayari
shayari in hindi and Hindi kavita (Poem) with beautiful Shayari
बोहत कमाई दौलत
फिर भी एक बात की कमी रह गई
वो है सुकून जो आज तक खरीद ना सका.
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मुझे थी खबर तेरा इश्क मेरा नहीं है
फिर भी जो लव जल रही थी उम्मीद की
उसी पर जी रहे थे
पर शायद ये जो तूफान आया है
उस से लगता है वो आस बेवजह की.
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भलाई और बुराई के बीच
ज़्यादा अंतर नही है
बस सही राह चुन्ने की देर है
अगर तू जीवन की दिशा से भटकता है
तुझे सही रास्ता दिखाता है
" एक शिक्षक”
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कैसी ये उलझन है
जो भी पाना है
उसे एक दिन यही छोड़कर जाना है
फिर भी दौड़ रहा है इंसान
जाने किस की तलाश में..
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हर किसी के नसीब मे इश्क नही होता
अगर तु कमाई के मामले में कमज़ोर है
तो तु मुस्कुरा भी नही सकता.
Poem by Sanjay T
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