Hindi poem, Hindi kavita,हिंदी कविता .......... तू भी मै भी
Hindi poem, Hindi kavita,हिंदी कविता
तू भी मै भी
मौसम है कितना अलबेला, साथी मेरे साथ चलना
तू भी है मै भी हू, चलो गूनगूनाये प्यार का तराना
कितना अच्छा लगता है तेरा साथ ,सचा लगता है
ओर कितना प्यार करेगेंं मूझको और कितना पास बूलावोग
प्यार पर मेरे भरोसा नही तूझ को ,
वफावो का पूरा सागर हूँ मै एक बार समाकर देखो
अगर कोई नाही तो तेरी आँख का आसु हू
दूर अगर मै गयी तो रो रो कर मूझ को याद करोगी
दिल के बाते दिल में दबावो ना
तू मेरी हे ये मुझ से चूपा वो ना
प्यार मोहब्बतें बाते करनी है
तुम को देखकर ज़िंदगी गुज़ारनी है
जीसके कदमो से कदम मिलाकर
हम इश्क राह चलने लगे
वो आज मेरी बनगाई
मौसम है कितना अलबेला, साथी मेरे साथ चलना,,,,,,,,,
BY Sanjay Teli
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