दिल बेकरार है तेरे लिए वो यार मेरे ... poetry
दिल बेकरार है तेरे लिए वो यार मेरे ... poetry
दिल बेकरार है तेरे लिए वो यार मेरे
बस तेरा ही इंतज़ार है तू मिल जाए ये ख़्वाब है
दिल बेकरार है तेरे लिए वो यार मेरे
बस तेरा ही इंतज़ार है तू मिल जाए ये ख़्वाब है
मुझे तुम से प्यार हुआ ये बात कैसे कहूं
दिल तुझ पर निसार हुआ ये कैसे इज़हार करु
जाने जिगर तुम बन गए हो
बस मेंरे दिल के पास रहने लगे हो
दूर अब ना जावु ये वादा करू
इश्क तुम से है ये बार बार कहूं
दिल बेकरार है तेरे लिए वो यार मेरे
बस तेरा ही इंतज़ार है तू मिल जाए ये ख़्वाब है
तेरी ज़ुल्फ़े तले दुनिया बसावु
बस तुझे देख कर हर शाम गुज़ारु
अब हर दर्द भूल जाता हु
सुबह शाम तुझे याद जो करता हु
अब दिन मेरे खूबसूरत हो गए है
तेरी तस्वीर दिल में जो बसी रहती है
दिल बेकरार है तेरे लिए वो यार मेरे
बस तेरा ही इंतज़ार है तू मिल जाए ये ख़्वाब है
तमन्ना मेरी पूरी हो गयी ये देखो तो
तू हमेशा के लिए मेरी बन गयी हो
अब ओठो पर बस अपने मिलन के गीत गूंज उठे है
और हर फिक्र भी भूल जाते है
तेरे होने से गम दूर हो जाते है
तू हे तो हर परेशानी को भूल जाते है
दिल बेकरार है तेरे लिए वो यार मेरे
बस तेरा ही इंतज़ार है तू मिल जाए ये ख़्वाब है
क्या बात है खुशी मुझे बस तुझ से मिल रही है
तुझ से जैसे मेरा रिश्ता जुड़ा उम्र भर के लिए
दिल बेकरार है तेरे लिए वो यार मेरे
बस तेरा ही इंतज़ार है तू मिल जाए ये ख़्वाब है
Poem.by sanjay T
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